Quran Quote  : 

कुरान मजीद-30:7 सुरा अर-रूम हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

يَعۡلَمُونَ ظَٰهِرٗا مِّنَ ٱلۡحَيَوٰةِ ٱلدُّنۡيَا وَهُمۡ عَنِ ٱلۡأٓخِرَةِ هُمۡ غَٰفِلُونَ

लिप्यंतरण:( Ya'lamoona zaahiram minal hayaatid dunya wa hum 'anil Aakhirati hum ghaafiloon )

वे केवल दुनिया के जीवन के कुछ बाहरी स्वरूप[2] को जानते हैं, और वे आख़िरत से बिलकुल गाफ़िल हैं।

सूरा अर-रूम आयत 7 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

2. अर्थात सुख-सुविधा और आनंद को। और वे इससे अचेत हैं कि एक और जीवन भी है जिसमें कर्मों के परिणाम सामने आएँगे। बल्कि यही देखा जाता है कि कभी एक जाति उन्नति कर लेने के पश्चात् असफल हो जाती है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Ar-Rum verse 7 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Rum ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 7.

सूरा अर-रूम सभी आयत (छंद)

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