Quran Quote  : 

कुरान मजीद-65:3 सुरा अत-तलाक़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَيَرۡزُقۡهُ مِنۡ حَيۡثُ لَا يَحۡتَسِبُۚ وَمَن يَتَوَكَّلۡ عَلَى ٱللَّهِ فَهُوَ حَسۡبُهُۥٓۚ إِنَّ ٱللَّهَ بَٰلِغُ أَمۡرِهِۦۚ قَدۡ جَعَلَ ٱللَّهُ لِكُلِّ شَيۡءٖ قَدۡرٗا

लिप्यंतरण:( Wa yarzuqhu min haisu laa yahtasib; wa many yatawakkal 'alal laahi fahuwa hasbuh; innal laaha baalighu amrih; qad ja'alal laahu likulli shai'in qadraa )

और उसे वहाँ से रोज़ी देगा जहाँ से वह गुमान नहीं करता। तथा जो व्यक्ति अल्लाह पर भरोसा करे, वह उसके लिए पर्याप्त है। निःसंदेह अल्लाह अपना कार्य पूरा करने वाला[3] है। निश्चय अल्लाह ने प्रत्येक वस्तु के लिए एक नियत समय निर्धारित कर रखा है।

सूरा अत-तलाक़ आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

3. अर्थात जो दुःख तथा सुख भाग्य में अल्लाह ने लिखा है वह अपने समय में अवश्य पूरा होगा।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Talaq verse 3 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Talaq ayat 2 which provides the complete commentary from verse 2 through 3.

सूरा अत-तलाक़ सभी आयत (छंद)

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