Quran Quote  : 

कुरान मजीद-40:55 सुरा ग़ाफ़िर हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

فَٱصۡبِرۡ إِنَّ وَعۡدَ ٱللَّهِ حَقّٞ وَٱسۡتَغۡفِرۡ لِذَنۢبِكَ وَسَبِّحۡ بِحَمۡدِ رَبِّكَ بِٱلۡعَشِيِّ وَٱلۡإِبۡكَٰرِ

लिप्यंतरण:( Fasbir inna wa'dal laahi haqqunw wastaghfir lizambika wa sabbih bihamdi Rabbika bil'ashiyyi wal ibkaar )

अतः (ऐ नबी!) आप धैर्य रखें। निःसंदेह अल्लाह का वचन[14] सत्य है। तथा अपने पापों[15] की क्षमा माँगें और सायंकाल तथा प्रातःकाल अपने पालनहार की प्रशंसा के साथ उसकी पवित्रता का वर्णन करते रहें।

सूरा ग़ाफ़िर आयत 55 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

14. नबियों की सहायता करने का। 15. अर्थात भूल-चूक की। आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया मैं दिन में 70 बार क्षमा माँगता हूँ। और 70 बार से अधिक तौबा करता हूँ। (सह़ीह़ बुख़ारी : 6307)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Muminun verse 55 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Muminun ayat 51 which provides the complete commentary from verse 51 through 56.

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