Quran Quote  : 

कुरान मजीद-12:2 सुरा यूसुफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

إِنَّآ أَنزَلۡنَٰهُ قُرۡءَٰنًا عَرَبِيّٗا لَّعَلَّكُمۡ تَعۡقِلُونَ

लिप्यंतरण:( Innaaa anzalnaahu quraanan 'Arabiyyal la 'allakum ta'qiloon )

निःसंदेह हमने इस क़ुरआन को अरबी में उतारा है, ताकि तुम समझो।[1]

सूरा यूसुफ़ आयत 2 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

1. क्योंकि क़ुरआन के प्रथम संबोधित अरब लोग थे, फिर उनके द्वारा दूसरे सामान्य मनुष्यों को संबोधित किया गया है। तो यदि प्रथम संबोधित ही क़ुरआन नहीं समझ सकते, तो दूसरों को कैसे समझा सकते थे?

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Yusuf verse 2 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Yusuf ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 3.

सूरा यूसुफ़ सभी आयत (छंद)

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