Quran Quote  : 

कुरान मजीद-18:105 सुरा अल-कहफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

أُوْلَـٰٓئِكَ ٱلَّذِينَ كَفَرُواْ بِـَٔايَٰتِ رَبِّهِمۡ وَلِقَآئِهِۦ فَحَبِطَتۡ أَعۡمَٰلُهُمۡ فَلَا نُقِيمُ لَهُمۡ يَوۡمَ ٱلۡقِيَٰمَةِ وَزۡنٗا

लिप्यंतरण:( Ulaaa'ikal lazeena kafaroo bi aayaati Rabbihim wa liqaaa'ihee fahabitat a'maaluhum falaa nuqeemu lahum Yawmal Qiyaamati waznaa )

यही वे लोग हैं, जिन्होंने अपने पालनहार की आयतों और उससे मिलन का इनकार किया। तो उनके कर्म बेकार हो गए, अतः हम क़ियामत के दिन उनके लिए कोई वज़न नहीं रखेंगे।[35]

सूरा अल-कहफ़ आयत 105 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

35. अर्थात उनका हमारे यहाँ कोई भार न होगा। ह़दीस में आया है कि नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने कहा : क़ियामत के दिन एक भारी भरकम व्यक्ति आएगा। मगर अल्लाह के सदन में उसका भार मच्छर के पंख के बराबर भी नहीं होगा। फिर आपने इसी आयत को पढ़ा। (सह़ीह़ बुख़ारी : 4729)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Kahf verse 105 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Kahf ayat 103 which provides the complete commentary from verse 103 through 106.

सूरा अल-कहफ़ सभी आयत (छंद)

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