लिप्यंतरण:( Nazala bihir Roohul Ameen )
32. रूह़ुल-अमीन से अभिप्राय आदरणीय फ़रिश्ता जिबरीलल (अलैहिस्सलाम) हैं, जो मुह़म्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर अल्लाह की ओर से वह़्य लेकर उतरते थे, जिसके कारण आप रसूलों की और उनकी जातियों की दशा से अवगत हुए। अतः यह आपके सत्य रसूल होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
The tafsir of Surah Ash-Shura verse 193 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Shura ayat 192 which provides the complete commentary from verse 192 through 195.
सूरा अश-शुअरा आयत 193 तफ़सीर (टिप्पणी)