Quran Quote  : 

कुरान मजीद-36:22 सुरा या-सीन हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَمَا لِيَ لَآ أَعۡبُدُ ٱلَّذِي فَطَرَنِي وَإِلَيۡهِ تُرۡجَعُونَ

लिप्यंतरण:( Wa maa liya laaa a'budul lazee fataranee wa ilaihi turja'oon )

तथा मुझे क्या हुआ है कि मैं उसकी इबादत न करूँ, जिसने मुझे पैदा किया है और तुम (सब) उसी की ओर लौटाए जाओगे?[8]

सूरा या-सीन आयत 22 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

8. अर्थात मैं तो उसी की इबादत करता हूँ और करता रहूँगा। और उसी की इबादत करनी भी चाहिए। क्योंकि वही इबादत किए जाने के योग्य है। उसके अतिरिक्त कोई इबादत के योग्य हो ही नहीं सकता।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Yaseen verse 22 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Yaseen ayat 20 which provides the complete commentary from verse 20 through 25.

सूरा या-सीन सभी आयत (छंद)

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