Quran Quote  : 

कुरान मजीद-11:30 सुरा हूद हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَيَٰقَوۡمِ مَن يَنصُرُنِي مِنَ ٱللَّهِ إِن طَرَدتُّهُمۡۚ أَفَلَا تَذَكَّرُونَ

लिप्यंतरण:( Wa yaa qawmi mai yansurunee minal laahi in tarattuhum; afalaa tazak karoon )

और ऐ मेरी जाति के लोगो! अल्लाह के मुक़ाबले में कौन मेरी सहायता[10] करेगा, यदि मैं उन्हें अपने पास से निष्कासित कर दूँ? क्या तुम विचार नहीं करते?

सूरा हूद आयत 30 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

10. अर्थात अल्लाह की पकड़ से कौन बचाएगा, जिसके पास ईमान और कर्म की प्रधानता है, धन-धान्य की नहीं।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Hud verse 30 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Hud ayat 29 which provides the complete commentary from verse 29 through 30.

सूरा हूद सभी आयत (छंद)

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