Quran Quote  : 

कुरान मजीद-47:18 सुरा मुहम्मद हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

فَهَلۡ يَنظُرُونَ إِلَّا ٱلسَّاعَةَ أَن تَأۡتِيَهُم بَغۡتَةٗۖ فَقَدۡ جَآءَ أَشۡرَاطُهَاۚ فَأَنَّىٰ لَهُمۡ إِذَا جَآءَتۡهُمۡ ذِكۡرَىٰهُمۡ

लिप्यंतरण:( Fahal yanzuroona illas Saa'ata an ta'tiyahum baghtatan faqad jaaa'a ashraatuhaa; fa annaa lahum izaa jaaa'at hum zikraahum )

तो वे किस चीज़ का इंतज़ार कर रहे हैं सिवाय क़ियामत के कि वह उनपर अचानक आ जाए? तो निश्चय उसकी निशानियाँ[6] आ चुकी हैं, फिर जब वह उनके पास आ जाएगी, तो उनके लिए नसीहत ग्रहण करना कैसे संभव होगा?

सूरा मुहम्मद आयत 18 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

6. आयत में कहा गया है कि प्रलय के लक्षण आ चुके हैं। और उनमें सब से बड़ा लक्षण आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का आगमन है। जैसा कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) का कथन है कि आपने फरमाया : "मेरा आगमन तथा प्रलय इन दो उंग्लियों के समान है।" (सह़ीह़ बुख़ारी 4936) अर्थात बहुत समीप है। जिसका अर्थ यह है कि जिस प्रकार दो उंग्लियों के बीच कोई तीसरी उंगली नहीं, इसी प्रकार मेरे और प्रलय के बीच कोई नबी नहीं। मेरे आगमन के पश्चात् अब प्रलय ही आएगी।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Muhammad verse 18 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Muhammad ayat 16 which provides the complete commentary from verse 16 through 19.

सूरा मुहम्मद सभी आयत (छंद)

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