Quran Quote  : 

कुरान मजीद-42:11 सुरा अश-शूरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

فَاطِرُ ٱلسَّمَٰوَٰتِ وَٱلۡأَرۡضِۚ جَعَلَ لَكُم مِّنۡ أَنفُسِكُمۡ أَزۡوَٰجٗا وَمِنَ ٱلۡأَنۡعَٰمِ أَزۡوَٰجٗا يَذۡرَؤُكُمۡ فِيهِۚ لَيۡسَ كَمِثۡلِهِۦ شَيۡءٞۖ وَهُوَ ٱلسَّمِيعُ ٱلۡبَصِيرُ

लिप्यंतरण:( Faatirus samaawaati wal ard; ja'ala lakum min anfusikum azwaajanw wa minal an'aami azwaajai yazra'ukum feeh; laisa kamislihee shai'unw wa Huwas Samee'ul Baseer )

(वह) आकाशों तथा धरती का रचयिता है। उसने तुम्हारे लिए तुम्हारी अपनी ही जाति से जोड़े बनाए तथा पशुओं से भी जोड़े। वह तुम्हें इसमें फैलाता है। उसके जैसी[9] कोई चीज़ नहीं और वह सब कुछ सुनने वाला, सब कुछ देखने वाला है।

सूरा अश-शूरा आयत 11 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

9. अर्थात उसके अस्तित्व तथा गुण और कर्म में कोई उसके समान नहीं है। भावार्थ यह है कि किसी व्यक्ति या वस्तु में उसका गुण या कर्म मानना या उसे उसका अंश मानना, असत्य तथा अधर्म है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Shura verse 11 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Shura ayat 9 which provides the complete commentary from verse 9 through 12.

सूरा अश-शूरा सभी आयत (छंद)

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