Quran Quote  : 

कुरान मजीद-42:28 सुरा अश-शूरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَهُوَ ٱلَّذِي يُنَزِّلُ ٱلۡغَيۡثَ مِنۢ بَعۡدِ مَا قَنَطُواْ وَيَنشُرُ رَحۡمَتَهُۥۚ وَهُوَ ٱلۡوَلِيُّ ٱلۡحَمِيدُ

लिप्यंतरण:( Wa Huwal lazee yunazzilul ghaisa min ba'di maa qanatoo wa yanshuru rahmatah; wa Huwal Waliyyul Hameed )

तथा वही है जो बारिश बरसाता है, इसके बाद कि वे निराश हो चुके होते हैं और अपनी दया फैला[25] देता है और वही संरक्षक, सराहनीय है।

सूरा अश-शूरा आयत 28 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

25. इस आयत में वर्षा को अल्लाह की दया कहा गया है। क्यों कि इससे धरती में उपज होती है, जो अल्लाह के अधिकार में है। इसे नक्षत्रों का प्रभाव मानना शिर्क है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Shura verse 28 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Shura ayat 25 which provides the complete commentary from verse 25 through 28.

सूरा अश-शूरा सभी आयत (छंद)

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