Quran Quote  : 

कुरान मजीद-42:50 सुरा अश-शूरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

أَوۡ يُزَوِّجُهُمۡ ذُكۡرَانٗا وَإِنَٰثٗاۖ وَيَجۡعَلُ مَن يَشَآءُ عَقِيمًاۚ إِنَّهُۥ عَلِيمٞ قَدِيرٞ

लिप्यंतरण:( Aw yuzawwijuhum zukraananw wa inaasanw wa yaj'alu mai yashaaa'u 'aqeemaa; innahoo 'Aleemun Qadeer )

या उन्हें बेटे-बेटियाँ[33] मिलाकर देता है और जिसे चाहता है बाँझ कर देता है। निश्चय ही वह सब कुछ जानने वाला, हर चीज़ की शक्ति रखने वाला है।

सूरा अश-शूरा आयत 50 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

33. इस आयत में संकेत है कि पुत्र-पुत्री माँगने के लिए किसी पीर, फ़क़ीर के मज़ार पर जाना, उनको अल्लाह की शक्ति में साझी बनाना है। जो शिर्क है। और शिर्क ऐसा पाप है जिसके लिए बिना तौबा के कोई क्षमा नहीं।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Shura verse 50 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Shura ayat 49 which provides the complete commentary from verse 49 through 50.

सूरा अश-शूरा सभी आयत (छंद)

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