लिप्यंतरण:( Ta'rifu fee wujoohihim nadratan na'eem )
\"आप उनके चेहरों में नेमत की ताज़गी देखेंगे।\"
🔹 यह आयत बताती है कि जन्नत में नेक लोगों के चेहरों पर ख़ुशी और रौशनियाँ साफ़ नज़र आएंगी।
🔹 ईमान वालों के चेहरों पर अल्लाह की नेमतों की ताज़गी और हुस्न झलकता होगा। यह नूर तीन मौक़ों पर देखा जा सकता है:
🔸 मौत के वक़्त – जब उनकी रूह को आसानी से निकाला जाएगा।
🔸 क़यामत के दिन – जब वे अल्लाह की रहमत से पुरसुकून होंगे।
🔸 जन्नत में दाख़िल होने के बाद – जब वे हमेशा की नेमतों से लुत्फ़अंदोज़ होंगे।
🔹 नबी ﷺ को जन्नत के नेमतों और जन्नती लोगों की ख़ूबसूरती की मुकम्मल मालूमात हैं।
🔹 नबी ﷺ ने जन्नत को दो अहम मौक़ों पर देखा:
🔸 शब-ए-मी\'राज़ में, जब उन्हें जन्नत और उसकी नेमतें दिखाई गईं।
🔸 सूरज ग्रहण की नमाज़ के दौरान, जब उन्हें आख़िरत की झलकें दिखाई गईं।
🔹 यह आयत हमें बताती है कि जन्नत वालों के चेहरे ख़ुशी और रौशनियों से दमकते होंगे, जो अल्लाह की बेपनाह रहमत और नेमतों का अक्स होगा।
The tafsir of Surah Mutaffifin verse 24 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Mutaffifin ayat 18 which provides the complete commentary from verse 18 through 28.

सूरा आयत 24 तफ़सीर (टिप्पणी)