लिप्यंतरण:( Yawma yaqoomun naasu li Rabbil 'aalameen )
\"जिस दिन सारे इंसान सारे जहान के रब के सामने खड़े होंगे।\"
क़यामत के दिन, तमाम इंसान अपनी क़ब्रों से उठाए जाएंगे और अल्लाह, जो सारे जहान का रब है, उसके सामने पेश किए जाएंगे।
🔸 कुछ लोग गुनाहगार होंगे – अपने गुनाहों के बोझ तले दबे हुए।
🔸 कुछ लोग गवाह बनेंगे – जो दूसरों के हक़ या खिलाफ़ गवाही देंगे।
🔸 कुछ लोग वकील की तरह होंगे – जो दूसरों के पक्ष में बोलेंगे।
⚡ यह आयत उस दिन की गंभीरता को उजागर करती है, जब हर इंसान अल्लाह के इंसाफ़ का सामना करेगा, और उसका मुक़ाम इस दुनिया के कर्मों पर निर्भर करेगा।
The tafsir of Surah Mutaffifin verse 6 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Mutaffifin ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 6.

सूरा आयत 6 तफ़सीर (टिप्पणी)