Quran Quote  : 

कुरान मजीद-4:147 सुरा अन-निसा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

مَّا يَفۡعَلُ ٱللَّهُ بِعَذَابِكُمۡ إِن شَكَرۡتُمۡ وَءَامَنتُمۡۚ وَكَانَ ٱللَّهُ شَاكِرًا عَلِيمٗا

लिप्यंतरण:( Maa yaf'alul laahu bi 'azaabikum in shakartum wa aamantum; wa kaanal laahu Shaakiran 'Aleema (End Juz 5) )

अल्लाह तुम्हें यातना देकर क्या करेगा, यदि तुम आभारी बनो और ईमान लाओ। और अल्लाह बड़ा क़द्रदान (गुणग्राहक) सब कुछ जानने वाला है।[93]

सूरा अन-निसा आयत 147 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

93. इस आयत में यह संकेत है कि अल्लाह, अच्छा फल या बुरा फल मानव कर्म के परिणाम स्वरूप देता है। जो उसके निर्धारित किए हुए नियम का परिणाम होता है। जिस प्रकार संसार की प्रत्येक चीज़ का एक प्रभाव होता है, ऐसे ही मानव के प्रत्येक कर्म का भी एक प्रभाव होता है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Nisa verse 147 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Nisa ayat 144 which provides the complete commentary from verse 144 through 148.

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