कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

قَدۡ أَفۡلَحَ ٱلۡمُؤۡمِنُونَ

निश्चय सफल हो गए ईमान वाले।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 1

ٱلَّذِينَ هُمۡ فِي صَلَاتِهِمۡ خَٰشِعُونَ

जो अपनी नमाज़ में विनम्रता अपनाने वाले हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 2

وَٱلَّذِينَ هُمۡ عَنِ ٱللَّغۡوِ مُعۡرِضُونَ

और जो व्यर्थ चीज़ों[1] से मुँह मोड़ने वाले हैं।

तफ़्सीर:

1. अर्थात प्रत्येक व्यर्थ कार्य तथा कथन से। आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया : जो अल्लाह और प्रलय के दिन पर ईमान रखता है, वह अच्छी बात बोले, अन्यथा चुप रहे। (सह़ीह़ बुख़ारी : 6019, मुस्लिम : 48)

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 3

وَٱلَّذِينَ هُمۡ لِلزَّكَوٰةِ فَٰعِلُونَ

तथा जो ज़कात अदा करने वाले हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 4

وَٱلَّذِينَ هُمۡ لِفُرُوجِهِمۡ حَٰفِظُونَ

और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करने वाले हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 5

إِلَّا عَلَىٰٓ أَزۡوَٰجِهِمۡ أَوۡ مَا مَلَكَتۡ أَيۡمَٰنُهُمۡ فَإِنَّهُمۡ غَيۡرُ مَلُومِينَ

सिवाय अपनी पत्नियों या उन महिलाओं के जो उनके स्वामित्व में हैं, तो निःसंदेह वे निंदित नहीं हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 6

فَمَنِ ٱبۡتَغَىٰ وَرَآءَ ذَٰلِكَ فَأُوْلَـٰٓئِكَ هُمُ ٱلۡعَادُونَ

फिर जो इसके अलावा तलाश करे, तो वही लोग सीमा का उल्लंघन करने वाले हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 7

وَٱلَّذِينَ هُمۡ لِأَمَٰنَٰتِهِمۡ وَعَهۡدِهِمۡ رَٰعُونَ

और जो अपनी अमानतों तथा अपनी प्रतिज्ञा का ध्यान रखने वाले हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 8

وَٱلَّذِينَ هُمۡ عَلَىٰ صَلَوَٰتِهِمۡ يُحَافِظُونَ

तथा जो अपनी नमाज़ों की रक्षा करते हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 9

أُوْلَـٰٓئِكَ هُمُ ٱلۡوَٰرِثُونَ

यही लोग हैं, जो वारिस (उत्तराधिकारी) हैं।

सूरह का नाम : Al-Muminun   सूरह नंबर : 23   आयत नंबर: 10

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