कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

إِذَا ٱلشَّمۡسُ كُوِّرَتۡ

जब सूर्य लपेट दिया जाएगा।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 1

وَإِذَا ٱلنُّجُومُ ٱنكَدَرَتۡ

और जब सितारे प्रकाश रहित हो जाएँगे।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 2

وَإِذَا ٱلۡجِبَالُ سُيِّرَتۡ

और जब पर्वत चलाए जाएँगे।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 3

وَإِذَا ٱلۡعِشَارُ عُطِّلَتۡ

और जब गाभिन ऊँटनियाँ छोड़ दी जाएँगी।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 4

وَإِذَا ٱلۡوُحُوشُ حُشِرَتۡ

और जब जंगली जानवर एकत्रित किए जाएँगे।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 5

وَإِذَا ٱلۡبِحَارُ سُجِّرَتۡ

और जब सागर भड़काए जाएँगे।[1]

तफ़्सीर:

1. (1-6) इनमें प्रलय के प्रथम चरण में ब्रह्मांड में जो उथल-पुथल होगी, उसको दिखाया गया है कि आकाश, धरती और पर्वत, सागर तथा जीव जंतुओं की क्या दशा होगी। और माया मोह में पड़ा इनसान इसी संसार में अपने प्रियवर धन से कैसा बेपरवाह हो जाएगा। वन पशु भी भय के मारे एकत्र हो जाएँगे। सागरों के जल-प्लावन से धरती पर जल ही जल दिखाई देगा।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 6

وَإِذَا ٱلنُّفُوسُ زُوِّجَتۡ

और जब प्राण मिला दिए जाएँगे।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 7

وَإِذَا ٱلۡمَوۡءُۥدَةُ سُئِلَتۡ

और जब जीवित गाड़ी गई लड़की से पूछा जाएगा।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 8

بِأَيِّ ذَنۢبٖ قُتِلَتۡ

कि वह किस अपराध के कारण मारी गई?

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 9

وَإِذَا ٱلصُّحُفُ نُشِرَتۡ

तथा जब कर्मपत्र (आमाल नामे) फैला दिए जाएँगे।

सूरह का नाम : At-Takweer   सूरह नंबर : 81   आयत नंबर: 10

नूजलेटर के लिए साइन अप करें