कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

وَٱلطُّورِ

क़सम है तूर[1] (पर्वत) की!

तफ़्सीर:

1. यह उस पर्वत का नाम है जिसपर मूसा (अलैहिस्सलाम) ने अल्लाह से वार्तालाप की थी।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 1

وَكِتَٰبٖ مَّسۡطُورٖ

और एक पुस्तक{2] की जो लिखी हुई है!

तफ़्सीर:

2. इससे अभिप्राय क़ुरआन है।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 2

فِي رَقّٖ مَّنشُورٖ

ऐसे पन्ने में जो खुला हुआ है।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 3

وَٱلۡبَيۡتِ ٱلۡمَعۡمُورِ

तथा बैतुल-मा'मूर (आबाद घर)[3] की!

तफ़्सीर:

3. यह आकाश में एक घर है जिसकी फ़रिश्ते सदैव परिक्रमा करते रहते हैं। कुछ व्याख्याकारों ने इसका अर्थ काबा लिया है, जो उपासकों से प्रत्येक समय आबाद रहता है। क्योंकि मा'मूर का अर्थ "आबाद" है।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 4

وَٱلسَّقۡفِ ٱلۡمَرۡفُوعِ

तथा ऊँची उठाई हुई छत (आकाश) की!

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 5

وَٱلۡبَحۡرِ ٱلۡمَسۡجُورِ

और लबालब भरे हुए समुद्र [4] की!

तफ़्सीर:

4. (देखिए : सूरत तकवीर, आयत : 6)

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 6

إِنَّ عَذَابَ رَبِّكَ لَوَٰقِعٞ

कि निश्चय आपके पालनहार की यातना अवश्चय घटित होने वाली है।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 7

مَّا لَهُۥ مِن دَافِعٖ

उसे कोई टालने वाला नहीं।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 8

يَوۡمَ تَمُورُ ٱلسَّمَآءُ مَوۡرٗا

जिस दिन आकाश बुरी तरह डगमगाएगा।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 9

وَتَسِيرُ ٱلۡجِبَالُ سَيۡرٗا

तथा पर्वत बहुत तेज़ी से चलेंगे।

सूरह का नाम : At-Tur   सूरह नंबर : 52   आयत नंबर: 10

नूजलेटर के लिए साइन अप करें