लिप्यंतरण:( Fawaqa'al haqqu wa batala maa kaanoo ya'maloon )
फिर सत्य प्रकट हुआ और उनका किया हुआ सब निरस्त कर दिया गया [253]
यह आयत बताती है कि पैग़म्बरी मोजिज़ात हर तरह के झूठ और फ़रेब पर हावी होते हैं। मूसा अलैहिस्सलाम के मोजिज़े ने जादूगरों के सारे अमल को तुरंत मिटा दिया। इससे साबित होता है कि जादू की कोई हैसियत अल्लाह की क़ुदरत के सामने नहीं। यहाँ तक कि जब हज़रत मुहम्मद ﷺ पर जादू का असर किया गया, तो वह भी कोई मुकाबला नहीं था बल्कि छुपा हुआ हमला था, जैसे पिछले अंबिया को क़त्ल करने की कोशिशें हुईं। तलवार नबी के जिस्म को ज़ख़्मी कर सकती है, वैसे ही बाहरी असरात हो सकते हैं, लेकिन उनकी रूहानी बुलंदी और सच्चाई कभी प्रभावित नहीं होती।
The tafsir of Surah Al-A’raf verse 118 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah A’raf ayat 117 which provides the complete commentary from verse 117 through 122.

सूरा आयत 118 तफ़सीर (टिप्पणी)